Munshi Premchand Quotes Premchand, better known as Munshi Premchand , Munshi (Born on 31 July, 1880 ) was an Indian writer famous for his modern Hindustani literature and was regarded as the greatest writer in Hindi Literature.His many works had mainly focused on the position of the society and their struggles.Well in our childhood days we have thoroughly read his stories and poems.The one of the stories i.e two buffaloes, I still remembers. Well here are starting lines जानवरों में गधा सबसे ज्यादाबुध्दिहीन समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को पल्ले दर्जे का बेवकूफ कहना चाहते हैं,तो उसे गधा कहते हैं। गधा सचमुच बेवकूफ है, या उसके सीधेपन, उसकी निरापद सहिष्णुता ने उसे यह पदवी दे दी है, इसका निश्चय नहीं किया जा सकता। गायें सींग मारती हैं, ब्यायी हुई गाय तो अनायास ही सिंहनी का रूप धारण कर लेती है। कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर है,लेकिन कभी-कभी उसे भी क्रोध आ ही जाता है। किन्तु गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना, न देखा। जितना चाहे गरीब को मारो, चाहे जैसी खराब, सडी...