Ek Beej Tha Gaya Bahut Hee Gaharaee Mein Boya - Nanha Paudha


HINDI VERSION



एक बीज था गया बहुत ही गहराई में बोया

उसी बीज के अंतर में था नन्हा पौधा सोया


उस पौधे को मंद पवन ने आकर पास जगाया

नन्ही नन्ही बूंदों ने फिर उस पर जल बरसाया


सूरज बोला " प्यारे पौधे " ,निद्रा दूर भागो

अलसाई आँखें खोलो तुम उठकर बहार आओ


आँख खोल कर नन्हे पौधे ने तब ली अंगड़ाई

एक अनोखी नयी शक्ति सी उसके मन में आई


नींद छोड़ आलस्य त्याग कर पौधा बाहर आया

बहार का संसार बड़ा ही अद्भुत उसने पाया.

Comments

  1. I studied this poem when I was in third grade in 1959.I cannot stop my tears after reading this after so many years.

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